Wednesday, May 21, 2014

॥ तू ही तो है मोरा नन्दनन्दन ॥



तू ही तू ही तू ही तो है मेरा नन्दनन्दन।
मैं भी मैं भी मैं भी तो हूँ तेरा नन्दनन्दन॥

तू ही मेरा तू ही मेरा स्वामी नन्दनन्दन।
तू ही मेरा तू ही मेरा सखा नन्दनन्दन॥
तू ही मेरा तू ही मेरा सुत नन्दनन्दन।
तू ही मेरा तू ही मेरा प्रिय नन्दनन्दन।

तू ही मेरी गति-मति रति नन्दनन्दन।
तेरे सिवा मेरा कोई नहीं नन्दनन्दन।
तू ही मम माता-पिता भ्राता नन्दनन्दन।
तेरा ही कहा हुआ है यह नन्दनन्दन।

तू ही तू ही तू ही तो है मेरा नन्दनन्दन।
मैं भी मैं भी मैं भी तो हूँ तेरा नन्दनन्दन॥

माना मैं हूँ अति ही पतित नन्दनन्दन।
तू भी तो है पतित पावन नन्दनन्दन।
माना मैं हूँ अति दीन-हीन नन्दनन्दन।
तू भी तो है दीनानाथ मम नन्दनन्दन।

माना मैंनें पिछला बिगाड़ा नन्दनन्दन।
अगला तो अब तू बना दे नन्दनन्दन।
माना मैं हूँ सब बिधि दोषी नन्दनन्दन।
तू तो है कृपालु कृपा करो नन्दनन्दन।

तू ही तू ही तू ही तो है मेरा नन्दनन्दन।
मैं भी मैं भी मैं भी तो हूँ तेरा नन्दनन्दन॥